इस पोस्ट में जो कविता प्रस्तुत की गयी है वो Nidhi Narwal के द्वारा लिखी एवं पेश की गयी है। कविता की भाषा में हर शब्द का वजन होता हैं।
(1) ये ज़ख़्म देके मुस्कुराने वाले लोग
ये ज़ख़्म देके मुस्कुराने वाले लोग
ये मुस्कुरा के जख्म देने वाले लोग
दिल को ख़ाक में देते हैं मिला
ये दिल लगाने वाले लोग
ये दिल जलाने वाले लोग
ये सभी ये सारे लोग
बड़े प्यार से करते हैं तबाह
ये हसीं ये प्यारे लोग!
(2) मोहब्बत में
मोहब्बत में
फ़िक्र को
हक से जताना होता है
मोहब्बत का मतलब
हक जताना नहीं होता
किसी से मोहब्बत करो ऐसे…
के दिल जी उठे ❤️
किसी की मोहब्बत में
मर जाना नहीं होता!
(3) क्या कुछ नहीं कहते
कह पाते तो तुमसे हम
क्या कुछ नहीं कहते
टूट जाते हैं लोग
मगर वो कुछ नहीं कहते
किसी के चेहरे पर रखे सन्नाटे
क्या कुछ नहीं कहते!
और लोग कहते हैं सन्नाटे
कुछ नहीं कहते…
(4) ये लोग
ये लोग
जो सबका दिल लगाये रखते हैं
इन लोगों का दिल कहीं नहीं लगता
ये लोग
जो सबके दोस्त होते हैं
इन लोगों का कोई दोस्त नहीं होता
ये लोग
जो सबको हंसाते हैं
इन लोगो से ज्यादा
शायद कोई नहीं रोता
ये लोग
जो हर रूठे शक्स को मनाते है
इन लोगों को मनाने वाला
कोई नहीं होता
ये लोग
जो सबको संभाल कर रखते है
ये ना… अंदर से
बहुत बिखरे हुए होते हैं
ये लोग
जो सबको हिम्मत देते हैं
ये लोग जिंदगी से
बहुत डरे हुए होते हैं
(5) अकेला रहना
जैसे-जैसे हम बड़े हुए
दोस्त बनाना और मुश्किल हो गया
अब किसी की बातों पर
यकीन नहीं होता
किसी के साथ वक्त बिताने का
दिल नहीं करता
ऐसा नहीं है कि लोगों से नफ़रत है
पर हाँ…
किसी से मोहब्बत नहीं है
यूं तो जिंदगी भी तन्हा ही है
पर अब लगता है किसी की ज़रूरत नहीं है
ऐसा भी नहीं है कि किसी से कोई दुश्मनी है
पर हर लगभग शक्स अंजान लगता है
कभी-कभी तो मन करता है दोस्त बनने का
फिर भी…
अकेला रहना आसान लगता है
(6) टूटी हुई चीज़ का फ़ायदा
पर लोग टूटी हुई चीज़ का फ़ायदा उठाने का
हुनर खूब रखते हैं
टूटे दिल से निचोड़ते हैं कविताएँ
टूटे पत्थरों को उछालते हैं घरों पर
अपनी कलाई को डराया जाता है
टूटे कांच को नश्तर बनाकर
टूटे ख्वाब को सबब बना देते हैं
किसी रब के टूट जाने का
और टूटे तारे को बनाते हैं ज़रिया
किसी आरज़ू को पाने का!
(7) मत पूछो
किसी की चाहतों के पीछे
बरबाद किये कितने साल
मत पूछो
है जिंदगी से हमको
क्या क्या मलाल
मत पुचो
ये आंखें मेरी
रो देंगी बताते हुए
तुम दिल का हाल मत पूछो
कैसे हो?
खुश हो क्या?
ठीक हो?
ऐसे मुश्किल सवाल मत पूछो
(8) दोस्ती
दोस्तों का सहारा हो
तो काटने लायक जिंदगी
जीने लायक बन जाती है
शराब जहर है
पर दोस्त अगर साथ हो
तो पिने लायक जाती है
दोस्त संभाल लेते है, हमको
जब हमसे कुछ नहीं संभलता
कुछ दोस्तों से सालो के बाद
मिलने पर भी कुछ नहीं बदलता
कुछ दोस्तों के आने से ही
आफत आती है, पर जब वो कहते की
“ चिंता मत कर यार हम देख लेंगे! ”
तो दिल को एक अजीब सी रहत आती है
दोस्तों का सहारा हो
तो अंजान शहर का एक मकान
रहने लायक बन जाता है
दोस्तों के होने से कोई जख्म ठीक नहीं होता
पर हाँ… सहने लायक बन जाता है