हमारे बड़े-बूढ़े कुछ बातें समझाते हैं जिनकी तरफ हम ध्यान नहीं देते। जबकि उनके गुजर जाने के बाद उनकी कही बातों की अहमियत का पता चलता है। आज हम उन्हें बातों की अहमियत पर ध्यान देंगे।
(1) जिंदगी दोबारा आसान बन सकती है
एक वक्त पर एक काम करें, आपको सारा काम अभी करने की जरूरत नहीं है, जो आपके पास है, सिर्फ उसमें अच्छा परफॉर्म करें।
(2) कोई दूसरा व्यक्ति आपके सपनों को नहीं समझता
आवाज लड़खड़ाए, लेकिन सच का साथ न छोड़ें। अपने बनाए रास्ते पर चलते रहें क्योंकि कोई दूसरा आपके सपनों और लक्ष्य के बारे में नहीं सोचेगा।
(3) आप वे नहीं हैं जो आप थे, पर आप खुश हैं
दर्द और उतार-चढ़ाव देखने के बाद आप वहां पहुंचे जहां आज हैं। कई बातों ने आपकी सोच बदल दी होगी। कोई कहता है कि आप बदल चुके हैं तो हां में जवाब दें और कहें कि यही जिंदगी है।
(4) अमीर बनने के बजाय खुश रहने की सीख दें
इससे आपको बूढ़े होने पर चीजों की अहमियत का पता चलेगा, न कि कीमत का। आपको अहसास होगा कि सबसे खूबसूरत दिन वो है जब आपको खुश रहने के लिए किसी चीज की जरूरत नहीं है।
(5) कहें कि ये मैंने किया है
किसी को इम्प्रेस करने के बजाय खुद को इम्प्रेस करें। अतीत में झांककर कहें कि ‘मुझे यकीन नहीं हो रहा कि ये मैंने किया है।’ ये न कहें कि ‘काश, ये मैंने किया होता।’
(6) हैप्पी एंडिंग की जगह नई शुरुआत ढूंढें
हैप्पी एंडिंग के बजाय नई शुरूआत तलाशें सफल लोग विफलता से डरते नहीं हैं, वे मुस्कुराते हैं। क्योंकि वे नई शुरूआत पर ध्यान रखते हैं।